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10 सुलेख हिंदी में Class 4 – Best Handwriting Practice for Kids

By Karan Singh Bisht

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Updated on 14 May 2025, 14:25 IST

हिंदी सुलेख लेखन बच्चों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। यह न केवल उनकी हिंदी हैंडराइटिंग प्रैक्टिस को बेहतर बनाता है, बल्कि भाषा की समझ भी बढ़ाता है। कक्षा 4 हिंदी सुलेख अभ्यास से बच्चे अक्षरों के सही आकार, संतुलन और गति को सीखते हैं।

यहाँ हम आपके लिए "sulekh in Hindi for Class 4" के लिए बेहतरीन अभ्यास लेकर आए हैं, जो बच्चों की लेखन कला को सुंदर और मजबूत बनाने में मदद करेंगे। यह अभ्यास बच्चों के लिए एकदम सही हैं। यह सरल और रोचक वाक्य छोटे बच्चों के लिए आसान भी हैं और मजेदार भी। नियमित रूप से सुलेख करने से बच्चों की लिखावट साफ और सुंदर होती है। आइए अब शुरू करते हैं हिंदी में कुछ खास और शिक्षाप्रद सुलेख अभ्यास!

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Hindi Mein Sulekh

हिंदी सुलेख क्या होता है? | Sulekh Meaning in Hindi 

सुलेख दो शब्दों से मिलकर बना है – "सु" मतलब अच्छा और "लेख" मतलब लिखाई। इस तरह, सुलेख का अर्थ होता है सुंदर और साफ-सुथरी लिखावट। जब हम अक्षरों को सही आकार, दूरी और सुंदरता के साथ लिखते हैं, तो उसे सुलेख कहा जाता है।

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स्कूलों में बच्चे सुलेख अभ्यास से सुंदर लिखावट सीखते हैं। इससे न केवल उनकी लिखावट अच्छी बनती है, बल्कि एकाग्रता और धैर्य भी बढ़ता है।

सुलेख के उदाहरण:

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  1. जब छात्र हिंदी की पुस्तक से पंक्तियाँ साफ और सुंदर तरीके से लिखते हैं, तो वह सुलेख होता है।
  2. "मेरा भारत महान" अगर कोई बच्चे सुंदर और संतुलित अक्षरों में लिखें, तो वह एक सुलेख उदाहरण है।
  3. कॉपी में रेखाओं के बीच ठीक से लिखी गई कविता भी सुलेख मानी जाती है।

सुलेख क्यों ज़रूरी है?

  1. यह हमारी लिखावट को सुधारता है।
  2. यह लिखने की आदत को मजबूत करता है।
  3. इससे पढ़ने वाले को समझने में आसानी होती है।
  4. यह एक कला है, जो अभ्यास से बेहतर होती है।

सुलेख कैसे करें?

  1. पेंसिल या पेन से धीरे और साफ लिखें।
  2. शब्दों और अक्षरों के बीच सही दूरी रखें।
  3. रोज़ थोड़ी देर सुलेख अभ्यास करें।

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Benefits of 10 सुलेख हिंदी में Class 4

सुलेख अभ्यास करने से बच्चों को कई तरह के लाभ होते हैं:

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  • हस्तलेखन सुधार में मदद करता है।
  • ध्यान और एकाग्रता बढ़ाता है।
  • हिंदी सुलेख वाक्य के माध्यम से शब्दों की सही वर्तनी सीखने में सहायक होता है।
  • सुलेख लेखन के लाभ में से एक यह भी है कि यह बच्चों की रचनात्मकता को विकसित करता है।

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Sulekh in Hindi for Class 4 

बच्चों के लिए सुलेख वाक्य अभ्यास बहुत जरूरी होता है। यहां 10 हिंदी सुलेख उदाहरण दिए जा रहे हैं, जिनका अभ्यास करके बच्चे अपनी हिंदी हैंडराइटिंग प्रैक्टिस को बेहतर बना सकते हैं:

  1. समय का सदुपयोग करना चाहिए।
  2. माँ हमारी पहली गुरु होती है।
  3. पेड़ हमें शुद्ध हवा देते हैं।
  4. किताबें ज्ञान का सागर होती हैं।
  5. ईमानदारी सबसे बड़ी पूंजी है।
  6. अनुशासन सफलता की कुंजी है।
  7. अच्छे दोस्त जीवन का सबसे बड़ा खजाना होते हैं।
  8. पानी बचाना, जीवन बचाना है।
  9. खेलना हमारे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।
  10. परिश्रम का फल हमेशा मीठा होता है।

Tips to Improve Hindi Handwriting (Sulekh in Hindi)

सुलेख सुधार टिप्स अपनाकर बच्चे अपनी लिखावट को और बेहतर बना सकते हैं:

  • सही पेन या पेंसिल का चुनाव करें – सुलेख के लिए अच्छी पकड़ वाली पेंसिल या पेन का इस्तेमाल करें।
  • बैठने की सही मुद्रा अपनाएं – सही मुद्रा में बैठकर लिखने से हस्तलेखन में सुधार आता है।
  • सुलेख पुस्तिका और ग्रिड पेपर का उपयोग करें – यह हिंदी सुलेख अभ्यास के लिए बहुत मददगार होता है।
  • धीरे-धीरे और ध्यानपूर्वक लिखें – शुरुआत में जल्दी लिखने की बजाय अक्षरों पर ध्यान दें।

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Importance of Sulekh in Hindi for Class 4

सुलेख लेखन के लाभ को ध्यान में रखते हुए, माता-पिता और शिक्षक बच्चों को सही दिशा में अभ्यास करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।

  1. सुलेख से बच्चों की लिखावट साफ और सुंदर बनती है।
  2. यह शब्दों की सही वर्तनी (spelling) सीखने में मदद करता है।
  3. नियमित अभ्यास से बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ता है।
  4. हाथ की गति और नियंत्रण बेहतर होता है, जिससे तेजी से लिखना आसान होता है।
  5. सुलेख लेखन बच्चों की एकाग्रता और धैर्य को बढ़ाता है।
  6. यह भाषा को समझने और सही वाक्य बनाने की क्षमता को मजबूत करता है।
  7. हिंदी भाषा के प्रति बच्चों की रुचि बढ़ती है और वे बेहतर संवाद करना सीखते हैं।

Hindi Mein Sulekh FAQs

सुलेख में क्या लिखा जाता है?

सुलेख में सुंदर और साफ-सुथरी हस्तलिपि में लिखे गए शब्द, वाक्य, कविताएँ या श्लोक होते हैं। इसमें हिंदी वर्णमाला, प्रसिद्ध लेखकों के सुविचार, प्रेरणादायक वाक्य, धार्मिक श्लोक, और कहानियों के अंश लिखे जा सकते हैं।

सुलेख क्या है?

सुलेख (Calligraphy) का अर्थ है सुंदर और व्यवस्थित लिखावट। यह लेखन की एक कला है जिसमें अक्षरों को एक समान और संतुलित रूप से लिखा जाता है। सुलेख लिखने से हस्तलेखन सुंदर और पठनीय बनता है और यह लेखन कौशल को निखारता है।

वर्णमाला सुलेख कैसे लिखें?

वर्णमाला सुलेख लिखने के लिए निम्नलिखित चरण अपनाएँ:

  • अक्षरों का सही आकार और संतुलन बनाएँ – सभी स्वर (अ, आ, इ, ई...) और व्यंजन (क, ख, ग, घ...) को सही रूप में लिखें।
  • लाइन गाइड का उपयोग करें – सही स्पेसिंग और एकरूपता बनाए रखने के लिए लाइनों का प्रयोग करें।
  • धीरे-धीरे और स्पष्ट लिखें – जल्दी न करें, अक्षरों पर ध्यान दें और उन्हें सुलेख शैली में लिखें।
  • रोज अभ्यास करें – रोज 10-15 मिनट का अभ्यास करने से लिखावट में सुधार होगा।

सुलेख कैसे बनाया जाता है?

सुलेख बनाने के लिए इन बिंदुओं का ध्यान रखें:

  • सही लेखन सामग्री चुनें – अच्छी क्वालिटी की पेंसिल, पेन या ब्रश का उपयोग करें।
  • सुलेख पुस्तिका का प्रयोग करें – जिसमें गाइडलाइन बनी हो ताकि अक्षरों को सही शेप मिले।
  • लिखने से पहले हाथ की गति का अभ्यास करें – अक्षरों को संतुलित और एकसमान बनाने के लिए पहले पेंसिल से हल्के हाथ से अभ्यास करें।
  • शब्दों के बीच उचित दूरी रखें – अक्षर बहुत पास-पास या दूर-दूर न लिखें।
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