10 सुलेख हिंदी में Class 4 – Best Handwriting Practice for Kids

हिंदी सुलेख लेखन बच्चों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। यह न केवल उनकी हिंदी हैंडराइटिंग प्रैक्टिस को बेहतर बनाता है, बल्कि भाषा की समझ भी बढ़ाता है। कक्षा 4 हिंदी सुलेख अभ्यास से बच्चे अक्षरों के सही आकार, संतुलन और गति को सीखते हैं।

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Benefits of 10 सुलेख हिंदी में Class 4

सुलेख अभ्यास करने से बच्चों को कई तरह के लाभ होते हैं:

  • हस्तलेखन सुधार में मदद करता है।
  • ध्यान और एकाग्रता बढ़ाता है।
  • हिंदी सुलेख वाक्य के माध्यम से शब्दों की सही वर्तनी सीखने में सहायक होता है।
  • सुलेख लेखन के लाभ में से एक यह भी है कि यह बच्चों की रचनात्मकता को विकसित करता है।

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10 सुलेख हिंदी में Class 4

बच्चों के लिए सुलेख वाक्य अभ्यास बहुत जरूरी होता है। यहां 10 हिंदी सुलेख उदाहरण दिए जा रहे हैं, जिनका अभ्यास करके बच्चे अपनी हिंदी हैंडराइटिंग प्रैक्टिस को बेहतर बना सकते हैं:

  1. समय का सदुपयोग करना चाहिए।
  2. माँ हमारी पहली गुरु होती है।
  3. पेड़ हमें शुद्ध हवा देते हैं।
  4. किताबें ज्ञान का सागर होती हैं।
  5. ईमानदारी सबसे बड़ी पूंजी है।
  6. अनुशासन सफलता की कुंजी है।
  7. अच्छे दोस्त जीवन का सबसे बड़ा खजाना होते हैं।
  8. पानी बचाना, जीवन बचाना है।
  9. खेलना हमारे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।
  10. परिश्रम का फल हमेशा मीठा होता है।

Tips to Improve Hindi Handwriting

सुलेख सुधार टिप्स अपनाकर बच्चे अपनी लिखावट को और बेहतर बना सकते हैं:

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  • सही पेन या पेंसिल का चुनाव करें – सुलेख के लिए अच्छी पकड़ वाली पेंसिल या पेन का इस्तेमाल करें।
  • बैठने की सही मुद्रा अपनाएं – सही मुद्रा में बैठकर लिखने से हस्तलेखन में सुधार आता है।
  • सुलेख पुस्तिका और ग्रिड पेपर का उपयोग करें – यह हिंदी सुलेख अभ्यास के लिए बहुत मददगार होता है।
  • धीरे-धीरे और ध्यानपूर्वक लिखें – शुरुआत में जल्दी लिखने की बजाय अक्षरों पर ध्यान दें।

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Importance of Hindi Mein Sulekh

नियमित हिंदी सुलेख लेखन से बच्चों की हस्तलेखन कला विकसित होती है। इसके लिए रोजाना कुछ समय निकालना जरूरी है। सुलेख लेखन के लाभ को ध्यान में रखते हुए, माता-पिता और शिक्षक बच्चों को सही दिशा में अभ्यास करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।

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Hindi Mein Sulekh FAQs

सुलेख में क्या लिखा जाता है?

सुलेख में सुंदर और साफ-सुथरी हस्तलिपि में लिखे गए शब्द, वाक्य, कविताएँ या श्लोक होते हैं। इसमें हिंदी वर्णमाला, प्रसिद्ध लेखकों के सुविचार, प्रेरणादायक वाक्य, धार्मिक श्लोक, और कहानियों के अंश लिखे जा सकते हैं।

सुलेख क्या है?

सुलेख (Calligraphy) का अर्थ है सुंदर और व्यवस्थित लिखावट। यह लेखन की एक कला है जिसमें अक्षरों को एक समान और संतुलित रूप से लिखा जाता है। सुलेख लिखने से हस्तलेखन सुंदर और पठनीय बनता है और यह लेखन कौशल को निखारता है।

वर्णमाला सुलेख कैसे लिखें?

वर्णमाला सुलेख लिखने के लिए निम्नलिखित चरण अपनाएँ:

  • अक्षरों का सही आकार और संतुलन बनाएँ – सभी स्वर (अ, आ, इ, ई...) और व्यंजन (क, ख, ग, घ...) को सही रूप में लिखें।
  • लाइन गाइड का उपयोग करें – सही स्पेसिंग और एकरूपता बनाए रखने के लिए लाइनों का प्रयोग करें।
  • धीरे-धीरे और स्पष्ट लिखें – जल्दी न करें, अक्षरों पर ध्यान दें और उन्हें सुलेख शैली में लिखें।
  • रोज अभ्यास करें – रोज 10-15 मिनट का अभ्यास करने से लिखावट में सुधार होगा।

सुलेख कैसे बनाया जाता है?

सुलेख बनाने के लिए इन बिंदुओं का ध्यान रखें:

  • सही लेखन सामग्री चुनें – अच्छी क्वालिटी की पेंसिल, पेन या ब्रश का उपयोग करें।
  • सुलेख पुस्तिका का प्रयोग करें – जिसमें गाइडलाइन बनी हो ताकि अक्षरों को सही शेप मिले।
  • लिखने से पहले हाथ की गति का अभ्यास करें – अक्षरों को संतुलित और एकसमान बनाने के लिए पहले पेंसिल से हल्के हाथ से अभ्यास करें।
  • शब्दों के बीच उचित दूरी रखें – अक्षर बहुत पास-पास या दूर-दूर न लिखें।
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