Courses
By Swati Singh
|
Updated on 4 Oct 2025, 16:12 IST
You will find MCQ questions for Class 11 Hindi Chapter 1 – कबीर (Aroh) with answers on this page to support a positive approach to your preparation. Regular practice of these MCQs will reduce exam anxiety, boost confidence, and guide you towards better results. They also help you track your progress effectively.
The online Class 11 Hindi MCQ test for Chapter 1 – “हम तौ एक एक करि जांनां, संतों देखत जग बौराना” (Aroh) will strengthen your exam readiness. It ensures complete syllabus coverage, improves time management, and enhances your chances of scoring higher marks.
“हम तौ एक एक करि जांनां, संतों देखत जग बौराना” के रचनाकार कौन हैं?
a) सूरदास
b) कबीरदास
c) तुलसीदास
d) रहीम
उत्तर: b) कबीरदास
कबीरदास किस युग के कवि थे?
a) ऋग्वैदिक युग
b) भक्तिकाल
c) आधुनिक काल
d) रीतिकाल
उत्तर: b) भक्तिकाल
कबीरदास का जन्म किस स्थान पर माना जाता है?
a) काशी
b) मगहर
c) प्रयाग
d) अयोध्या
उत्तर: a) काशी
कबीरदास का पालन-पोषण किसके द्वारा हुआ था?
a) सूफी संत
b) नीरू और नीमा (जुलाहा परिवार)
c) साधु-संत
d) विद्वान ब्राह्मण
उत्तर: b) नीरू और नीमा
कबीरदास किस प्रकार के काव्य के लिए प्रसिद्ध हैं?
a) सर्गात्मक महाकाव्य
b) सगुण भक्ति कविता
c) निर्गुण भक्ति पद
d) रीतिकालीन श्रृंगार कविता
उत्तर: c) निर्गुण भक्ति पद
कबीरदास किस भाषा/बोली में लिखते थे?
a) संस्कृत
b) ब्रजभाषा
c) अवधी
d) सधुक्कड़ी
उत्तर: d) सधुक्कड़ी
कबीर किस पंथ से संबंधित थे?
a) रामानंदी संप्रदाय
b) कबीर पंथ
c) नाथ पंथ
d) गौड़ीय पंथ
उत्तर: b) कबीर पंथ
कबीर की वाणी को किस नाम से संग्रहित किया गया है?
a) बीजक
b) सार संग्रह
c) साहब वाणी
d) भक्ति मंजरी
उत्तर: a) बीजक
JEE
NEET
Foundation JEE
Foundation NEET
CBSE
कबीर का प्रमुख संदेश क्या था?
a) जाति-पांति का समर्थन
b) धर्मान्धता का विरोध और भक्ति का मार्ग
c) वैदिक अनुष्ठान
d) वीरगाथा
उत्तर: b) धर्मान्धता का विरोध और भक्ति का मार्ग
कबीरदास किस प्रकार की कविता शैली के लिए जाने जाते हैं?
a) मुक्तक और सवैया
b) पद और साखी
c) प्रबंध काव्य
d) दूहा और चौपाई
उत्तर: b) पद और साखी
“हम तौ एक एक करि जांनां” पंक्ति से कवि का क्या अभिप्राय है?
a) धीरे-धीरे साधना करना
b) ईश्वर को टुकड़ों में खोजना
c) अनुभव से सत्य जानना
d) समाज का उपहास करना
उत्तर: c) अनुभव से सत्य जानना
कबीर किसको देखकर कहते हैं कि “जग बौराना”?
a) साधु-संतों को
b) आम जनता को
c) पाखंडी और आडंबर में फँसे समाज को
d) कवियों को
उत्तर: c) पाखंडी और आडंबर में फँसे समाज को
कबीरदास ने किसकी आलोचना की है?
a) ज्ञानियों की
b) राजा-महाराजा की
c) धर्मान्धता और ढोंग की
d) भक्तों की
उत्तर: c) धर्मान्धता और ढोंग की
इस पद का मूल संदेश क्या है?
a) समाज-सुधार
b) निर्गुण ब्रह्म की उपासना
c) कर्मकांड का विरोध
d) सभी
उत्तर: d) सभी
कबीर किसे सच्चा साधक मानते हैं?
a) वे जो मंदिर में पूजा करें
b) वे जो बाहरी आडंबर करें
c) वे जो अंतरात्मा में ईश्वर को खोजें
d) वे जो वेद पढ़ें
उत्तर: c) वे जो अंतरात्मा में ईश्वर को खोजें
कबीर की वाणी किस पर सबसे अधिक प्रहार करती है?
a) कर्मठ लोगों पर
b) लोभी व्यापारी पर
c) पाखंडी साधु और धर्माचार्यों पर
d) वीर योद्धाओं पर
उत्तर: c) पाखंडी साधु और धर्माचार्यों पर
कबीर किस प्रकार की भक्ति का प्रतिपादन करते हैं?
a) ज्ञान मार्ग
b) निष्काम भक्ति
c) निर्गुण निराकार भक्ति
d) कर्मकांड आधारित भक्ति
उत्तर: c) निर्गुण निराकार भक्ति
कबीरदास के अनुसार ईश्वर कहाँ पाया जाता है?
a) मूर्ति में
b) मंदिर में
c) अपने हृदय में
d) नदी में
उत्तर: c) अपने हृदय में
कबीर समाज में किस प्रथा का विरोध करते हैं?
a) जातिवाद
b) अंधविश्वास
c) धार्मिक कर्मकांड
d) सभी
उत्तर: d) सभी
“जग बौराना” से कवि किस स्थिति को व्यक्त करना चाहते हैं?
a) समाज की जागरूकता
b) समाज की पागलपन जैसी आस्था और भ्रमित स्थिति
c) सत्य की खोज
d) जीवन का उल्लास
उत्तर: b) समाज की पागलपन जैसी आस्था और भ्रमित स्थिति
कबीर की भाषा को किस नाम से पुकारा जाता है?
a) साधु वाणी
b) खिचड़ी भाषा
c) सधुक्कड़ी
d) सभी
उत्तर: d) सभी
कबीर की रचनाएँ किस वर्ग के लोगों के बीच सबसे लोकप्रिय थीं?
a) विद्वानों में
b) आम जनता में
c) राजाओं में
d) केवल साधुओं में
उत्तर: b) आम जनता में
कबीर का मानना है कि सच्चा ज्ञान कहाँ से आता है?
a) पुस्तकों से
b) गुरु के उपदेश से
c) आत्म-अनुभव से
d) मंदिर से
उत्तर: c) आत्म-अनुभव से
कबीरदास की वाणी का प्रमुख आधार क्या है?
a) शास्त्रीय व्याख्या
b) सरल भाषा और सहज अनुभव
c) अलंकारिक प्रयोग
d) संस्कृत छंद
उत्तर: b) सरल भाषा और सहज अनुभव
“हम तौ एक एक करि जांनां” का भावार्थ क्या है?
a) धीरे-धीरे जीवन जीना
b) सत्य को टुकड़ों में अनुभव कर पाना
c) परंपरा का पालन करना
d) जगत का आनंद लेना
उत्तर: b) सत्य को टुकड़ों में अनुभव कर पाना
कबीर किस साधना को सर्वोपरि मानते थे?
a) जप-तप
b) मूर्ति पूजा
c) नाम-स्मरण और अंतर साधना
d) वेद-पाठ
उत्तर: c) नाम-स्मरण और अंतर साधना
कबीर की वाणी का सीधा प्रभाव किस पर पड़ा?
a) सिख धर्म
b) सूफी परंपरा
c) भारतीय समाज सुधार आंदोलनों पर
d) सभी
उत्तर: d) सभी
कबीर की कविताओं में किस प्रकार की छवि मिलती है?
a) धार्मिक आडंबर का समर्थन
b) समाज सुधारक का रूप
c) केवल भक्त का रूप
d) युद्ध नायक का रूप
उत्तर: b) समाज सुधारक का रूप
कबीर किसे गुरु मानते थे?
a) रामानंद
b) तुलसीदास
c) सूरदास
d) कबीर के कोई गुरु नहीं थे
उत्तर: a) रामानंद
कबीर की रचनाओं का मुख्य संग्रह क्या है?
a) बीजक
b) मानस
c) सूरसागर
d) रामचरितमानस
उत्तर: a) बीजक
कबीर का प्रमुख योगदान क्या है?
a) निर्गुण भक्ति का प्रचार
b) सगुण भक्ति का प्रचार
c) शृंगार रस की कविताएँ
d) वीरगाथाएँ
उत्तर: a) निर्गुण भक्ति का प्रचार
कबीरदास किस रस के कवि कहे जाते हैं?
a) श्रृंगार रस
b) भक्ति रस
c) वीर रस
d) हास्य रस
उत्तर: b) भक्ति रस
कबीरदास की वाणी का प्रमुख लक्षण क्या है?
a) सहजता और सीधापन
b) कठिन संस्कृत शब्दावली
c) जटिल अलंकार
d) दार्शनिक भाषा
उत्तर: a) सहजता और सीधापन
कबीर किसे असली मूर्ख मानते हैं?
a) राजा
b) पाखंडी लोग
c) साधक
d) विद्वान
उत्तर: b) पाखंडी लोग
कबीरदास किस भाव का विरोध करते थे?
a) भाईचारे का
b) जातिवाद और अहंकार का
c) प्रेम का
d) भक्ति का
उत्तर: b) जातिवाद और अहंकार का
कबीर किसके बिना ज्ञान को अधूरा मानते थे?
a) गुरु
b) वेद
c) कर्मकांड
d) पूजा
उत्तर: a) गुरु
कबीरदास के अनुसार ईश्वर को पाने का सरल उपाय क्या है?
a) मंदिर जाना
b) वेदों का अध्ययन
c) आत्म-चिंतन और नाम जप
d) तीर्थयात्रा
उत्तर: c) आत्म-चिंतन और नाम जप
कबीर की कविताएँ किस सामाजिक वर्ग में अधिक लोकप्रिय थीं?
a) राजाओं के बीच
b) साधारण जनता और श्रमिक वर्ग में
c) ब्राह्मणों में
d) केवल संतों में
उत्तर: b) साधारण जनता और श्रमिक वर्ग में
कबीर की वाणी में सबसे अधिक किसका महत्व है?
a) अनुभव और सादगी का
b) ग्रंथों का
c) कर्मकांड का
d) तर्क का
उत्तर: a) अनुभव और सादगी का
कबीर किस जीवन पद्धति को महत्व देते हैं?
a) साधारण और सहज जीवन
b) ऐश्वर्यपूर्ण जीवन
c) यज्ञ-हवन आधारित जीवन
d) युद्धमय जीवन
उत्तर: a) साधारण और सहज जीवन
कबीर किससे मुक्ति पाने की बात करते हैं?
a) धन से
b) पाखंड और अज्ञान से
c) परिवार से
d) राज्य से
उत्तर: b) पाखंड और अज्ञान से
कबीरदास का प्रमुख उद्देश्य क्या था?
a) समाज सुधार और आध्यात्मिक जागरण
b) धन अर्जित करना
c) राजनीति करना
d) युद्ध में भाग लेना
उत्तर: a) समाज सुधार और आध्यात्मिक जागरण
कबीर का जीवन दर्शन किसके करीब है?
a) सूफी संतों के
b) शंकराचार्य के
c) तुलसीदास के
d) सूरदास के
उत्तर: a) सूफी संतों के
कबीर किस तत्व को ईश्वर मानते हैं?
a) रूप और मूर्ति
b) निर्गुण ब्रह्म
c) प्रकृति
d) ग्रंथ
उत्तर: b) निर्गुण ब्रह्म
कबीर का सबसे बड़ा योगदान क्या है?
a) समाज को सच्चाई और भक्ति की राह दिखाना
b) युद्ध की वीरता दिखाना
c) श्रृंगार रस की कविताएँ लिखना
d) धार्मिक कर्मकांड बढ़ाना
उत्तर: a) समाज को सच्चाई और भक्ति की राह दिखाना
कबीर किस आचरण से दूर रहने की सलाह देते हैं?
a) साधना
b) नाम जप
c) ढोंग और आडंबर
d) गुरु भक्ति
उत्तर: c) ढोंग और आडंबर
कबीरदास का जीवन किसका प्रतीक है?
a) सादगी, प्रेम और करुणा का
b) धन और ऐश्वर्य का
c) वीरता और शक्ति का
d) राजनीति का
उत्तर: a) सादगी, प्रेम और करुणा का
कबीर किसे सच्चा संत मानते हैं?
a) जो सत्य और प्रेम के मार्ग पर चले
b) जो कर्मकांड करे
c) जो विद्वान हो
d) जो यज्ञ करे
उत्तर: a) जो सत्य और प्रेम के मार्ग पर चले
कबीर किस प्रकार की भाषा का प्रयोग करते थे?
a) कठिन संस्कृत
b) अरबी और फारसी मिश्रित
c) सरल और लोकभाषा
d) अंग्रेजी
उत्तर: c) सरल और लोकभाषा
कबीर का संदेश आज भी क्यों प्रासंगिक है?
a) क्योंकि समाज आज भी पाखंड और भेदभाव से जूझ रहा है
b) क्योंकि लोग केवल पूजा करते हैं
c) क्योंकि वेद पढ़ना कठिन है
d) क्योंकि आधुनिकता बढ़ गई है
उत्तर: a) क्योंकि समाज आज भी पाखंड और भेदभाव से जूझ रहा है
No courses found
क्योंकि आज भी समाज अंधविश्वास, बाहरी दिखावे और भेदभाव से जूझ रहा है। कबीर का संदेश आज भी लोगों को सत्य, सरलता और ईश्वर की अंतरात्मा में उपस्थिति की ओर प्रेरित करता है।
कबीर ने जातिवाद, पाखंड, ढोंग, अंधविश्वास और कर्मकांड का विरोध किया है।
कबीरदास भक्तिकाल (निर्गुण भक्ति परंपरा) से संबंधित थे।
कवि समाज की उस स्थिति की ओर इशारा करते हैं जहाँ लोग अंधविश्वास, पाखंड और ढोंग में फँसकर सच्चे मार्ग से भटक जाते हैं।
विद्यार्थियों को इससे कविता का भावार्थ, कबीर की भक्ति-दृष्टि, सामाजिक आलोचना और भाषा शैली की स्पष्ट समझ मिलती है, जो परीक्षा में उत्तर लिखने में सहायक है।
कबीर ने सधुक्कड़ी (लोकभाषा मिश्रित भाषा) का प्रयोग किया है, जो सरल और सहज है।
इसका अर्थ है कि कवि ने अपने अनुभव से धीरे-धीरे सत्य को जाना और समझा, न कि किसी बाहरी आडंबर से।
इस पद का मुख्य संदेश है – सत्य का अनुभव आत्मा के भीतर है, न कि बाहरी कर्मकांड या आडंबर में।
कबीर निर्गुण, निराकार भक्ति में विश्वास रखते थे, जहाँ ईश्वर को मन और आत्मा के भीतर अनुभव किया जाता है।
इस पद के रचनाकार कबीरदास हैं, जो भक्तिकाल के निर्गुण भक्ति धारा के प्रमुख कवि थे।