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By Ankit Gupta
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Updated on 18 Sep 2025, 12:47 IST
Netaji ka Chashma is Chapter 7 of Kshitij in the Class 10 Hindi syllabus. It is a story that combines humor, satire, and social message in a simple way. The incident of Netaji’s missing spectacles seems ordinary at first, but the writer uses it to show how people in society behave in different situations. Through the netaji ka chashma summary, we see that this story is not only about a pair of glasses but about truth, honesty, and responsibility.
Students often study this lesson with the help of netaji ka chashma question answer as it explains the theme, characters, and moral of the story. The class 10 hindi netaji ka chashma question answer helps them prepare well for examinations and also understand the writer’s purpose. Reading the netaji ka chashma summary in hindi makes the lesson easier to recall and highlights the important points in a simple form.
The netaji ka chashma writer presents the incident in a humorous style, but the message is serious. The story shows that even a small object like a pair of spectacles can reveal the values and weaknesses of people around. This makes the class 10 hindi netaji ka chashma chapter memorable for students. The netaji ka chashma paath ki vidha hai satirical prose, which means it uses humor and irony to make readers think about society.
The netaji ka chashma uddeshya is to make readers aware that truth and honesty are important in every situation. The story encourages us to take responsibility for our actions and to respect the values of sincerity and fairness. That is why the netaji ka chashma saransh is often included in study material, so that students can quickly revise the essence of the chapter. For convenience, many also refer to netaji ka chashma class 10 pdf, which provides easy access to solutions and explanations.
Do Check: NCERT Solutions for Class 10 Hindi
In short, Netaji ka Chashma is not just an entertaining story but also a lesson for life. The NCERT solutions provide detailed explanations, from netaji ka chashma summary to netaji ka chashma question answer, making the text clear and meaningful. This chapter from Kshitij shows how literature can use humor to teach values that remain relevant for every generation.
Students preparing for exams often look for easy access to study material. For this, the Class 10 Hindi Kshitij Chapter 7 Netaji ka Chashma PDF download is very useful. The PDF includes the complete chapter, netaji ka chashma summary, important explanations, and solved netaji ka chashma question answer. With the help of this PDF, students can revise the lesson anytime and understand the netaji ka chashma uddeshya and message clearly.
प्रश्न 1.
सेनानी न होते हुए भी चश्मेवाले को लोग कैप्टन क्यों कहते थे?
उत्तर –
लोग चश्मेवाले को कैप्टन इसलिए कहते थे क्योंकि उसमें नेताजी के प्रति गहरा सम्मान और लगाव था। उसमें सैनिकों जैसी देशभक्ति थी। वह शहीदों और देश के लिए सच्ची निष्ठा रखता था। नेताजी की मूर्ति को बिना चश्मे के देखना उसे दुखी कर देता था।
प्रश्न 2.
हालदार साहब ने ड्राइवर को पहले गाड़ी रोकने से मना किया, फिर तुरंत रोकने के लिए क्यों कहा?
JEE
NEET
Foundation JEE
Foundation NEET
CBSE
(क) हालदार साहब पहले मायूस क्यों हुए?
(ख) मूर्ति पर सरकंडे का चश्मा क्या संदेश देता है?
(ग) हालदार साहब भावुक क्यों हो उठे?
उत्तर –
(क) वे इसलिए उदास हो गए क्योंकि उन्हें लगा कि मूर्ति पर चश्मा नहीं होगा। कैप्टन अब जीवित नहीं था जो मूर्ति पर चश्मा लगाए।
(ख) सरकंडे का चश्मा यह बताता है कि बच्चों में भी देशप्रेम मौजूद है। यह आने वाले अच्छे भविष्य का संकेत है।
(ग) जब उन्होंने देखा कि मूर्ति पर बच्चों ने चश्मा लगाया है, तो उन्हें विश्वास हुआ कि देशभक्ति की भावना अब भी जीवित है। इसी सोच से वे भावुक हो गए।
प्रश्न 3.
“क्या होगा उस कौम का जो अपने देश के लिए सब कुछ देने वालों पर भी हँसती है?” – आशय स्पष्ट कीजिए।
उत्तर –
इसका आशय है कि देश के लिए बलिदान देने वालों का मजाक उड़ाना गलत है। यह देशभक्ति की कमी और स्वार्थ की अधिकता दिखाता है। ऐसे लोग अपने फायदे के लिए देशहित की अनदेखी कर देते हैं।
प्रश्न 4.
पानवाले का एक चित्र खींचिए।
उत्तर –
पानवाला मोटा और काले रंग का व्यक्ति था। उसकी आदत थी ग्राहकों से बातें करने की। वह हमेशा पान खाता रहता था जिससे उसके दाँत लाल-काले हो गए थे। जब वह हँसता तो उसकी तोंद हिलने लगती थी। वह व्यंग्य करने में भी पीछे नहीं रहता था।
प्रश्न 5.
पानवाले की टिप्पणी – “वो लँगड़ा क्या जाएगा फौज में, पागल है पागल।” पर अपनी प्रतिक्रिया लिखिए।
उत्तर –
यह टिप्पणी अनुचित है। कैप्टन का उपहास नहीं करना चाहिए क्योंकि वह अपने सीमित साधनों से नेताजी की मूर्ति पर चश्मा लगाकर देशप्रेम दिखाता था। वह उपहास का नहीं, सम्मान का पात्र था।
प्रश्न 6.
निम्नलिखित वाक्यों से पात्रों की विशेषता लिखिए –
(क) हालदार साहब नेताजी की मूर्ति को ध्यान से देखते थे – इससे उनकी श्रद्धा और जागरूकता झलकती है।
(ख) पानवाला कैप्टन की मृत्यु पर रो पड़ा – इससे उसका छिपा हुआ देशप्रेम प्रकट होता है।
(ग) कैप्टन बार-बार मूर्ति पर चश्मा लगाता था – यह उसकी गहरी देशभक्ति को दर्शाता है।
प्रश्न 7.
हालदार साहब ने जब तक कैप्टन को देखा नहीं था तब तक वह उन्हें कैसा मानते थे?
उत्तर –
उनके मन में कैप्टन का चित्र एक असली सैनिक जैसा था – लंबा, मजबूत, रोबीला और घनी मूँछों वाला, जैसे नेताजी की सेना का कोई जवान हो।
प्रश्न 8.
मूर्तियाँ चौराहों पर क्यों लगाई जाती हैं?
उत्तर –
(क) महान व्यक्तियों को याद रखने और लोगों को प्रेरणा देने के लिए।
(ख) मैं अपने क्षेत्र में चंद्रशेखर आज़ाद की मूर्ति लगाना चाहूँगा ताकि युवाओं को देशप्रेम की प्रेरणा मिले।
(ग) हमारी जिम्मेदारी है कि मूर्ति की सफाई करें, सम्मान रखें और समय-समय पर वहाँ आयोजन करें।
प्रश्न 9.
दैनिक जीवन में देशप्रेम कैसे दिखा सकते हैं?
उत्तर –
संपत्ति को नुकसान न पहुँचाना, पर्यावरण बचाना, वृक्ष लगाना, बिजली-पानी बचाना, कूड़ा न फैलाना, नदियों को स्वच्छ रखना और शहीदों का सम्मान करना – ये सभी कार्य देशप्रेम के उदाहरण हैं।
प्रश्न 10.
स्थानीय बोली को मानक हिंदी में लिखिए –
उत्तर –
मान लो कोई ग्राहक आ गया। उसे चौड़ा फ्रेम चाहिए। तो कैप्टन कहाँ से लाएगा? तो उसे मूर्ति वाला फ्रेम दे देता और मूर्ति पर दूसरा लगा देता।
प्रश्न 11.
एक भाषा में दूसरी भाषा के शब्द आने से क्या लाभ होता है?
उत्तर –
इससे भाषा सरल और समझने में आसान बन जाती है। लोग जल्दी अपनाते हैं और ये शब्द सामान्य प्रयोग में आ जाते हैं।
प्रश्न 12.
निपात छाँटकर नए वाक्य बनाइए –
(अ) तो, भी
(ब) ही
(स) तो
(द) भी
(इ) तक
प्रश्न 13.
वाक्यों को कर्मवाच्य में बदलिए।
उदाहरण – नेताजी द्वारा देश के लिए सब कुछ त्याग दिया गया।
प्रश्न 14.
वाक्यों को भाववाच्य में बदलिए।
उदाहरण – माँ से बैठा नहीं जाता।
“नेताजी का चश्मा” व्यंग्यात्मक रचना है, जिसमें लेखक ने समाज की सोच, देशभक्ति और मानव मूल्यों को बड़े ही सहज और हास्यपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया है।
कहानी एक कस्बे की है, जहाँ नेताजी सुभाषचंद्र बोस की मूर्ति लगी हुई है। मूर्ति पर चश्मा न होने से कैप्टन नाम का व्यक्ति हमेशा चिंतित रहता है। वह सैनिक नहीं था, पर उसमें सैनिक जैसी देशभक्ति और समर्पण की भावना थी। लोग उसे मजाक में “कैप्टन” कहते थे। कैप्टन अपनी छोटी-सी दुकान में मिले फ्रेमों से नेताजी की मूर्ति पर चश्मा लगा देता था ताकि मूर्ति अधूरी न लगे।
कैप्टन की देशप्रेम से भरी इस आदत पर कुछ लोग हँसते थे, जैसे पानवाला, जो उसे पागल समझता था। पर हालदार साहब जैसे लोग उसकी भावना को समझते थे और उसका सम्मान करते थे। जब कैप्टन की मृत्यु हो गई तो लोगों को लगा कि अब मूर्ति पर चश्मा कौन लगाएगा। हालदार साहब निराश हो गए, क्योंकि उन्हें लगा कि नेताजी की मूर्ति चश्मे के बिना अधूरी लगेगी।
लेकिन जब उन्होंने देखा कि बच्चों ने मूर्ति पर सरकंडे का बना चश्मा लगाया है, तो उनकी निराशा आशा में बदल गई। यह दृश्य बताता है कि नई पीढ़ी में भी देशभक्ति जीवित है और भविष्य सुरक्षित है।
इस कहानी का मुख्य संदेश यह है कि देशप्रेम केवल बड़े कार्यों में ही नहीं, बल्कि छोटी-सी कोशिशों में भी दिखाई देता है। कैप्टन की तरह सामान्य इंसान भी अपने ढंग से देशभक्ति प्रकट कर सकता है। यह रचना हमें सिखाती है कि बलिदान देने वालों का उपहास करना गलत है और नई पीढ़ी को देश के प्रति समर्पित होना चाहिए।
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इस अध्याय के लेखक हरिशंकर परसाई हैं। वे व्यंग्य और हास्य लेखन के लिए प्रसिद्ध थे।
यह एक व्यंग्यात्मक गद्य रचना है, जिसमें समाज की सोच और देशभक्ति की भावना को व्यंग्य और हास्य के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है।
इस अध्याय का उद्देश्य यह दिखाना है कि सच्ची देशभक्ति छोटी-छोटी बातों और कार्यों में भी झलकती है। साथ ही यह व्यंग्य करता है उन लोगों पर जो देशभक्तों का उपहास उड़ाते हैं।
छात्र सीखते हैं कि देशप्रेम केवल सैनिकों का कर्तव्य नहीं, बल्कि हर नागरिक का दायित्व है। बलिदान देने वालों का सम्मान करना और सत्यनिष्ठ होना भी देशभक्ति का हिस्सा है।
परीक्षा की तैयारी के लिए NCERT Solutions Class 10 Hindi Netaji ka Chashma Question Answer या Netaji ka Chashma Class 10 PDF उपयोगी है। इसमें सारांश, प्रश्न-उत्तर और व्याख्याएँ सरल भाषा में दी गई हैं।