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By Swati Singh
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Updated on 16 Jun 2025, 17:26 IST
NCERT Solutions for Class 5 Hindi Chapter 2 फ़सलों के त्योहार are given below and can also be downloaded for free in PDF format. These NCERT solutions are prepared according to the latest syllabus, NCERT books, and exam pattern followed by CBSE, NCERT, and KVS for Class 5. The questions from the NCERT Class 5 Hindi book are very important for exams, and writing correct answers can help you score good marks. You can also check more chapter-wise solutions for NCERT Class 5 Hindi and download the latest study materials for all subjects. Chapter 2 फ़सलों के त्योहार is an important lesson in Class 5. You can refer to the answers below to improve your exam preparation
यह पाठ भारत के विभिन्न हिस्सों में मनाए जाने वाले फसलों से जुड़े त्योहारों के बारे में जानकारी देता है। भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहाँ की अधिकतर आबादी खेती पर निर्भर है। जब किसान अपनी मेहनत से फसल उगाता है और फसल पक कर तैयार हो जाती है, तो खुशी के इस मौके को त्योहार के रूप में मनाया जाता है।
हर राज्य में फसल कटाई के बाद अलग-अलग नामों से त्योहार मनाए जाते हैं। जैसे:
इन त्योहारों में लोग नए कपड़े पहनते हैं, तरह-तरह के स्वादिष्ट पकवान बनाते हैं, गीत-संगीत और नाच-गान करते हैं। गाँव और शहर दोनों में मेलों का आयोजन होता है। ये त्योहार न केवल खुशी का प्रतीक होते हैं बल्कि आपसी भाईचारे और एकता को भी बढ़ाते हैं।
इस पाठ के माध्यम से बच्चों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता और कृषि के महत्व को समझने का अवसर मिलता है।
इस पाठ में भारत में खेती के महत्व और विभिन्न राज्यों में फसल पकने की खुशी में मनाए जाने वाले त्योहारों के बारे में बताया गया है। ये त्योहार किसानों की मेहनत का सम्मान और खुशी का प्रतीक हैं।
क्योंकि भारत की बड़ी आबादी खेती पर निर्भर है और यहां की अर्थव्यवस्था में कृषि का बहुत बड़ा योगदान है।
पंजाब – बैसाखी
तमिलनाडु – पोंगल
महाराष्ट्र – मकर संक्रांति
केरल – ओणम
आंध्र प्रदेश – संक्रांति
किसानों की मेहनत से तैयार फसलों की खुशी मनाना, आपसी भाईचारा बढ़ाना, और समाज में उत्साह एवं प्रेम फैलाना।
हमें परिश्रम का सम्मान करना चाहिए और मिल-जुलकर खुशियां बांटनी चाहिए। ये त्योहार समाज में एकता, सहयोग और संस्कृति को मजबूत करते हैं।
इससे बच्चे भारतीय संस्कृति, त्योहारों के महत्व, किसानों के योगदान और खेती के मूल्यों को समझते हैं।
किसान को खुशी, संतोष और गर्व का अनुभव होता है क्योंकि उसकी मेहनत का फल उसे मिल जाता है।
लोग नए कपड़े पहनते हैं, मिठाइयाँ बनाते हैं, गीत-संगीत करते हैं, मेलों में जाते हैं और खुशियाँ मनाते हैं।