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NCERT Solutions For Class 9 Hindi Kshitij Chapter 1 Do Bailon Ki Katha (दो बैलों की कथा)

By Karan Singh Bisht

|

Updated on 12 Nov 2025, 14:35 IST

NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kshitiz Chapter 1 दो बैलों की कथा are included in the complete set of NCERT Solutions for Class 9 Hindi. You can find the detailed answers for Chapter 1 दो बैलों की कथा here.

BoardCBSE
TextbookNCERT
ClassClass 9
SubjectHindi Kshitiz
ChapterChapter 1
Chapter Nameदो बैलों की कथा
CategoryNCERT Solutions

NCERT Solutions For Class 9 Hindi Kshitij Chapter 1 Do Bailon Ki Katha (दो बैलों की कथा) - 2025-26

Infinity Learn offers NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Kshitij) Chapter 1 – Do Bailon Ki Katha, a story about two oxen, Heera and Moti, who represent loyalty and perseverance beyond being mere animals. By aligning with the CBSE Class 9 Hindi syllabus, these solutions help students concentrate on the important topics in the chapter. The explanations are designed to make the core ideas easy to grasp and support effective exam preparation.

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Download PDF of NCERT Solutions For Class 9 Hindi Kshitij Chapter 1 Do Bailon Ki Katha (दो बैलों की कथा)

By using the NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kshitij, students can clearly grasp the key questions and main themes of each chapter, making their studies easier and more effective. Download the free PDF now to enhance your learning experience.

दो बैलों की कथा Class 9 Question Answer

1. कांजीहौस में कैद पशुओं की हाज़िरी क्यों ली जाती होगी?

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उत्तर: काँजीहाउस एक तरह से पशुओं के लिए जेल जैसा स्थान था, जहाँ आवारा पशुओं को पकड़कर लाया जाता था। वहाँ उनकी हाज़िरी इसलिए ली जाती थी ताकि कोई पशु भाग न सके और उनकी उचित देखभाल होती रहे।

2. छोटी बच्ची को बैलों के प्रति प्रेम क्यों उमड़ आया?

NCERT Solutions For Class 9 Hindi Kshitij Chapter 1 Do Bailon Ki Katha (दो बैलों की कथा)

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उत्तर: छोटी बच्ची की माँ का देहांत हो चुका था और उसकी सौतेली माँ भी उसे बहुत मारती-पीटती थी। उसी तरह गया भी बैलों को दिनभर खेतों में जोतता और उन्हें मारता, फिर रात में बस सूखी घास डाल देता। बच्ची ने बैलों की हालत अपनी जैसी महसूस की, इसलिए उसके मन में बैलों के प्रति गहरा स्नेह जाग उठा।

3. कहानी में बैलों के माध्यम से कौन-कौन से नीति-विषयक मूल्य उभर कर आए हैं?

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उत्तर: इस कहानी में बैलों के माध्यम से निम्नलिखित जीवन-मूल्य और नीतिगत शिक्षाएँ प्रकट होती हैं—

  1. अत्यधिक सरल और सहनशील होना आज की दुनिया में उचित नहीं माना जाता। बहुत सीधा व्यक्ति अक्सर मूर्ख या ‘गधा’ समझा जाता है।
  2. अपने अधिकारों और स्वतंत्रता के लिए निरंतर संघर्ष करना आवश्यक है।
  3. आज़ादी का अपना विशेष महत्व है, जिसे प्राप्त करने के लिए मनुष्य को हर कठिनाई और पीड़ा सहने के लिए तैयार रहना चाहिए।
  4. समाज के संपन्न वर्ग को भी स्वतंत्रता और अधिकारों के समर्थन में खुलकर आगे आना चाहिए।
  5. एकता में अपार शक्ति होती है।

4. प्रस्तुत कहानी में प्रेमचंद ने गधे की किन स्वभावगत विशेषताओं के आधार पर उसके प्रति रूढ़ अर्थ 'मूर्ख' प्रयोग न कर किस नए अर्थ की ओर संकेत किया है?

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उत्तर: दुनिया में गधे को सबसे मूर्ख प्राणी माना जाता है। अगर किसी व्यक्ति को बेवकूफ कहना हो तो लोग अक्सर उसे ‘गधा’ कह देते हैं। लेकिन प्रेमचंद इस धारणा से सहमत नहीं हैं। उनके अनुसार, गधा अपने सरल स्वभाव और सहनशीलता के कारण कभी किसी को नुकसान नहीं पहुँचाता। जहाँ गाय, कुत्ता और बैल जैसे जानवर भी कभी-कभी क्रोध में आकर लोगों को हानि पहुँचा देते हैं, वहीं गधा ऐसा नहीं करता। अपने गुणों के आधार पर वह ऋषि-मुनियों के समान है।

5. किन घटनाओं से पता चलता है कि हीरा और मोती में गहरी दोस्ती थी?

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उत्तर: कहानी की निम्नलिखित घटनाएँ यह स्पष्ट करती हैं कि हीरा और मोती के बीच गहरी मित्रता थी—

  1. दोनों को हमेशा एक साथ हल में जोता जाता था, और वे यह कोशिश करते थे कि गाड़ी का अधिक बोझ एक-दूसरे पर न पड़े, बल्कि अपने-अपने हिस्से का भार खुद उठाएँ।
  2. जब गया ने हीरा की नाक पर डंडा मारा, तो मोती से यह सहा नहीं गया। वह हल, रस्सी और जुआ सब कुछ लेकर भाग पड़ा, क्योंकि वह हीरा का दर्द देख नहीं सका।
  3. जब लोगों ने खेत में उन्हें घेर लिया, तो हीरा तो निकल गया, परंतु मोती के पकड़े जाने पर वह भी उसे अकेला न छोड़ते हुए स्वयं वापस आकर बंध गया।
  4. नाँद में जब खली-भूसा डाला जाता, तो दोनों साथ ही मुँह डालते और साथ ही हटाते थे। यदि एक मुँह हटा लेता, तो दूसरा भी तुरंत ऐसा ही करता था।
  5. जब काँजी ने घर की दीवारें गिराईं, तब भी हीरा ने भागने से इनकार कर दिया — उसकी मृत्यु ने भी मोती का साथ नहीं छोड़ा।

6. लेकिन औरत जात पर सींग चलाना मना है, यह भूल जाते हो।’-हीरा के इस कथन के माध्यम से स्त्री के प्रति प्रेमचंद के दृष्टिकोण को स्पष्ट कीजिए।

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उत्तर: लेकिन औरत जात पर सींग चलाना मना है।’ हीरा के इस कथन से स्पष्ट होता है कि प्रेमचंद नारी का गहरा सम्मान करते थे। समाज में नारी अनेक संबंधों के माध्यम से अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वह त्याग, करुणा, ममता और सहनशीलता की प्रतीक है। प्रतिकूल परिस्थितियों में यदि उसमें क्रोध जैसे भाव भी उत्पन्न हों, तो भी उसकी गरिमा या सम्मान कम नहीं होता। प्रेमचंद का दृष्टिकोण यह दर्शाता है कि नारी के प्रति आदर और सम्मान हर व्यक्ति का कर्तव्य है। उनका संकेत यह भी है कि जब पशु तक नारी का सम्मान करते हैं, तो मनुष्य को तो नारी जाति के प्रति और भी अधिक सम्मानभाव रखना चाहिए।

7. किसान जीवन वाले समाज में पशु और मनुष्य के आपसी संबंधों को कहानी में किस तरह व्यक्त किया गया है?

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उत्तर: किसान और पशुओं के बीच का संबंध अत्यंत घनिष्ठ होता है। किसान अपने पशुओं को परिवार के सदस्य की तरह प्यार करते हैं, और पशु भी अपने मालिक के लिए हर त्याग करने को तत्पर रहते हैं। झूरी भी हीरा और मोती से अपने बच्चों जैसा स्नेह करता था, इसलिए वह उन्हें अपने से अलग नहीं करना चाहता था। जब हीरा-मोती ससुराल में अत्याचार सहने के बाद लौटकर झूरी के घर के द्वार पर पहुँचे, तो झूरी का मन खुशी से भर गया। गाँव के सभी बच्चे भी बैलों की निष्ठा देखकर प्रसन्न हुए और उनका स्वागत किया। यह दर्शाता है कि किसान अपने पशुओं के साथ भी सच्ची मानवता और संवेदनशीलता का व्यवहार करते हैं।

8."इतना तो हो ही गया कि नौ दस प्राणियों की जान बच गई। वे सब तो आशीर्वाद देंगें"-मोती के इस कथन के आलोक में उसकी विशेषताएँ बताइए।

उत्तर: मोती के कथन से यह स्पष्ट होता है कि वह अत्यंत दयालु, करुणामय और परोपकारी स्वभाव का है। उसमें दूसरों की सहायता करने की गहरी भावना है। वह केवल सोचता ही नहीं, बल्कि अपने कार्यों से भी इसे सिद्ध करता है। उसने बाड़े की कच्ची दीवार तोड़कर नौ-दस प्राणियों की जान बचाई, जिससे उसकी निःस्वार्थ भावना झलकती है। मोती सच्चा मित्र है, क्योंकि वह हीरा को कांजीहाउस में अकेला नहीं छोड़ता। साथ ही, उसमें अटूट विश्वास और आशावादिता है कि ईश्वर अवश्य उनकी रक्षा करेंगे।

9.आशय स्पष्ट कीजिए।

(क) अवश्य ही उनमें कोई ऐसी गुप्त शक्ति थी, जिससे जीवों में श्रेष्ठता का दावा करने वाला मनुष्य वंचित है।

उत्तर: हीरा और मोती एक-दूसरे के मन की भावनाओं को समझते थे। उनमें आपसी स्नेह और समझ का अद्भुत तालमेल था। जबकि मनुष्य को सबसे बुद्धिमान प्राणी कहा जाता है, उसमें यह क्षमता नहीं होती कि वह किसी अन्य व्यक्ति की अंतरंग भावना को बिना शब्दों के समझ सके। यह कथन बताता है कि पशुओं में भी संवेदना और भावनात्मक जुड़ाव की ऐसी शक्ति होती है, जो कई बार मनुष्य में नहीं पाई जाती।

(ख) उस एक रोटी से उनकी भूख तो क्या शांत होती; पर दोनों के हृदय को मानो भोजन मिल गया।

उत्तर: गया ने हीरा और मोती के साथ अत्याचार किया था, जिससे वे दुखी और क्रोधित थे। तभी एक नन्हीं बालिका उनके पास आई और उन्हें प्रेमपूर्वक एक रोटी दी। रोटी उनकी भूख मिटाने के लिए पर्याप्त नहीं थी, परंतु उसमें झलकते स्नेह ने उनके दिल को संतोष दिया। उस रोटी के माध्यम से उन्हें मानो प्रेम का आहार मिला और उनका क्रोध शांत हो गया।

10.गया ने हीरा-मोती को दोनों बार सूखा भूसा खाने के लिए दिया क्योंकि-

(क) गया पराये बैलों पर अधिक खर्च नहीं करना चाहता था।

(ख) गरीबी के कारण खली आदि खरीदना उसके बस की बात न थी।

(ग) वह हीरा-मोती के व्यवहार से बहुत दुखी था।

(घ) उसे खली आदि सामग्री की जानकारी न थी।

उत्तर: (ग) वह हीरा-मोती के व्यवहार से दुखी था।

रचना और अभिव्यक्ति

11. हीरा और मोती ने शोषण के खिलाफ आवाज़ उठाई लेकिन उसके लिए प्रताड़ना भी सही। हीरा-मोती की इस प्रतिक्रिया पर तर्क सहित अपने विचार प्रकट करें।

उत्तर: हीरा और मोती ने अन्याय और शोषण के खिलाफ साहसपूर्वक आवाज़ उठाई। गया के अत्याचारों का विरोध करने पर उन्हें दंड मिला, और कांजीहाउस में भी अन्याय का सामना करना पड़ा। मेरा मानना है कि उनका यह कदम पूर्णतः उचित था। अगर वे विरोध न करते, तो उन्हें लगातार शोषण सहना पड़ता। अपने विद्रोह से उन्होंने अत्याचारियों को यह संदेश दिया कि अन्याय को सहना नहीं, उसका प्रतिकार करना चाहिए। यह उनका स्वाभिमान और स्वतंत्रता का प्रतीक है।

12. क्या आपको लगता है कि यह कहानी आजादी की लड़ाई की ओर भी संकेत करती है?

उत्तर: हाँ, यह कहानी स्वतंत्रता की भावना को दर्शाती है। प्रेमचंद स्वतंत्रता-पूर्व युग के लेखक थे और उनकी रचनाओं में आज़ादी का संदेश छिपा होता है। ‘हीरा और मोती’ में भी स्वतंत्रता की महत्ता झलकती है। कठिनाइयों के बावजूद जब हीरा और मोती अपने घर लौटते हैं, तो यह दासता से मुक्ति और आत्मसम्मान की ओर संकेत करता है। यह कहानी आज़ादी की लड़ाई के संघर्ष और बलिदान की भावना को प्रतीकात्मक रूप से प्रकट करती है।

भाषा अध्ययन

13.बस इतना ही काफ़ी है।

फिर मैं भी ज़ोर लगाता हूँ।

‘ही’, ‘भी’ वाक्य में किसी बात पर जोर देने का काम कर रहे हैं। ऐसे शब्दों को निपात कहते हैं। कहानी में से पाँच ऐसे वाक्य छाँटिए जिनमें निपात का प्रयोग हुआ हो।

उत्तर: 

‘ही’ के प्रयोग वाले वाक्य:

  1. दोनों साथ उठते, साथ नाँद में मुँह डालते और रथ ही बैठते थे।
  2. एक ही विजय ने उसे संसार की सभ्य जातियों में गण्य बना दिया।
  3. ज्यादा-से-ज्यादा मेरी ही गरदन पर रहे।
  4. यही उनका आधार था।
  5. कभी-कभी उसे भी क्रोध आ ही जाता है।

‘भी’ के प्रयोग वाले वाक्य:

  1. कभी-कभी उसे भी क्रोध आ ही जाता है।
  2. उसके चेहरे पर असंतोष की छाया भी न दिखाई देती।
  3. गधे का एक छोटा भाई और भी है।
  4. एक मुँह हटाता तो दूसरा भी हटा लेता था।
  5. कभी-कभी अड़ियल बैल भी देखने में आता है।

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14. रचना के आधार पर वाक्य भेद बताइए तथा उपवाक्य छाँटकर उसके भी भेद लिखिए-

(क) दीवार का गिरना था कि अधमरे-से पड़े हुए सभी जानवर चेत उठे।

उत्तर: 

  1. वाक्य भेद – मिश्र वाक्य
  2. उपवाक्य – अधमरे से पड़े हुए सभी जानवर चेत उठे।
  3. उपवाक्य का भेद – संज्ञा उपवाक्य

 (ख) "सहसा एक दाढ़ीवाला आदमी, जिसकी आँखें लाल थीं और मुद्रा अत्यंत कठोर, आया।"

वाक्य का भेद बताइए तथा उपवाक्य छाँटकर उसका भी भेद लिखिए।

उत्तर:

  1. वाक्य भेद – मिश्रवाक्य
  2. उपवाक्य – जिसकी आँखें लाल थीं और मुद्रा अत्यंत कठोर।
  3. उपवाक्य का भेद – विशेषण उपवाक्य

(ग) "हीरा ने कहा– गया के घर से नाहक भागे।"

वाक्य का भेद बताइए तथा उपवाक्य छाँटकर उसका भी भेद लिखिए।

उत्तर:

  1. वाक्य भेद – मिश्रवाक्य
  2. उपवाक्य – गया के घर से नाहक भागे।
  3. उपवाक्य का भेद – संज्ञा उपवाक्य

(घ) "मैं बेचूंगा, तो बिकेंगे।"

वाक्य का भेद बताइए तथा उपवाक्य छाँटकर उसका भी भेद लिखिए।

उत्तर:

  1. वाक्य भेद – मिश्रवाक्य
  2. उपवाक्य – तो बिकेंगे।
  3. उपवाक्य का भेद – क्रियाविशेषण उपवाक्य

 (ङ) "अगर वह मुझे पकड़ता तो मैं बे-मारे न छोड़ता।"

वाक्य का भेद बताइए तथा उपवाक्य छाँटकर उसका भी भेद लिखिए।

उत्तर:

  1. वाक्य भेद – मिश्रवाक्य
  2. उपवाक्य – तो बे-मारे न छोड़ता।
  3. उपवाक्य का भेद – क्रियाविशेषण उपवाक्य

15. कहानी में आए पाँच मुहावरे लिखिए और उनका वाक्यों में प्रयोग कीजिए।

उत्तर:

  1. जी तोड़ काम करना – सफलता पाने के लिए हमें जी-तोड़ मेहनत करनी चाहिए।
  2. गम खा जाना – कठिन परिस्थितियों में उसने गम खाकर भी मुस्कान बनाए रखी।
  3. ईंट का जवाब पत्थर से देना – सैनिकों ने दुश्मन को ईंट का जवाब पत्थर से दिया।
  4. दाँतों पसीना आना – इस कठिन कार्य को पूरा करने में सबके दाँतों पसीना आ गया।
  5. कसर उठाना – उसने अपनी तैयारी में कोई कसर नहीं उठाई।

15. कहानी में आए पाँच मुहावरे लिखिए और उनका वाक्यों में प्रयोग कीजिए।

उत्तर:

  1. जी तोड़ काम करना – सफलता पाने के लिए हमें जी-तोड़ मेहनत करनी चाहिए।
  2. गम खा जाना – कठिन परिस्थितियों में उसने गम खाकर भी मुस्कान बनाए रखी।
  3. ईंट का जवाब पत्थर से देना – सैनिकों ने दुश्मन को ईंट का जवाब पत्थर से दिया।
  4. दाँतों पसीना आना – इस कठिन कार्य को पूरा करने में सबके दाँतों पसीना आ गया।
  5. कसर उठाना – उसने अपनी तैयारी में कोई कसर नहीं उठाई।

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FAQs on NCERT Solutions For Class 9 Hindi Kshitij Chapter 1 Do Bailon Ki Katha

Where can I download NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kshitij Chapter 1 "दो बैलों की कथा"?

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Where can I find reliable explanations for “दो बैलों की कथा”?

Reliable and easy-to-understand explanations are available in Infinity Learn NCERT solutions, notes, and CBSE Study materials. They cover word meanings, summary, character analysis, and important question-answers from the chapter, helping students grasp the moral and theme of Premchand’s story effectively.

How should I prepare “दो बैलों की कथा” for exams?

Start by reading the original story thoroughly from your NCERT book, then go through the chapter summary and word meanings. Revise the short and long answer questions from NCERT Solutions to strengthen your understanding. Practice writing answers in your own words and focus on moral values, theme, and character traits of हीरा और मोती to score better in exams.

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What topics are covered in Class 9 Hindi Kshitij Chapter 1 “दो बैलों की कथा”?

The chapter includes:

  • Summary and explanation of Premchand’s story.
  • Character sketches of हीरा and मोती.
  • Moral themes like friendship, loyalty, and resistance against injustice.
  • Important textual questions, grammar exercises, and word meanings.
  • Critical thinking questions for deeper understanding.