EnglishEssayEssay on Dussehra in Hindi for Students

Essay on Dussehra in Hindi for Students

दशहरा पर निबंध: दशहरा हिंदू पर्व है, जिसका महत्व ‘बुराई पर अच्छाई की जीत’ के रूप में माना जाता है। छात्रों को इस पर्व पर निबंध लिखने को स्कूल में कहा जाता है, ताकि उन्हें इस पर्व के महत्व का पता चले और वे दशहरे के प्रति उत्सुक रहें। इस निबंध के माध्यम से हम आपको दशहरे के महत्व को सरल शब्दों में समझाएंगे, ताकि छात्रों को इस पर्व की विशेषता समझने में आसानी हो।

    Fill Out the Form for Expert Academic Guidance!



    +91


    Live ClassesBooksTest SeriesSelf Learning




    Verify OTP Code (required)

    I agree to the terms and conditions and privacy policy.

    दशहरा पर निबंध (Essay on Dussehra in Hindi) 100 शब्दों में

    दशहरा भारत में एक प्रमुख त्योहार है, जिसे भगवान राम के रावण पर विजय के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को अच्छाई की जीत और पवित्रता की विजय के संदेश के रूप में माना जाता है। कई स्थानों पर इस अवसर पर मेले आयोजित किए जाते हैं, जहां परिवार के सभी सदस्य एकजुट होकर रावण दहन, आतिशबाजी, और रामलीला का नाटक देखते हैं। यह पौराणिक कथाओं पर आधारित होता है और भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

    दशहरा पर निबंध

    दशहरा पर निबंध (Essay on Dussehra in Hindi) 200 शब्दों में

    दशहरा, जिसे “विजयादशमी” भी कहा जाता है, भारत का एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो भगवान राम की विजय की खुशी में मनाया जाता है। यह त्योहार भारत के ब्रिटिश गुलामी से स्वतंत्रता प्राप्त करने के 75 साल के आवसर को याद करने के रूप में मनाया जाता है। यह दिन हमारे राष्ट्रीय एकता, गर्व और जागरूकता का प्रतीक है।

    भारत की आजादी की लड़ाई ने कई दशकों तक चली और इसमें अहिंसा, नागरिक अवज्ञा और जनसमूह के मध्य की एकता की भावना शामिल थी। महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, और बेहद साहसी स्वतंत्रता सेनानियों ने इस स्वतंत्रता संग्राम का मार्गदर्शन किया और देश की आजादी के लिए अपने जीवन की कुर्बानियाँ दी।

    दशहरा का अद्भुत महत्व है, जो हमें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान, उनके अटल संकल्प, और एक सशक्त और समृद्ध भारत के लिए उनके दृष्टिकोण की याद दिलाता है। यह महोत्सव हर नागरिक के दिल में गर्व और देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देने का उद्देश्य रखता है।

    इसके साथ ही, दशहरे के दौरान देश के विभिन्न संस्कृतिक कार्यक्रम, प्रदर्शनी, और गतिविधियों का आयोजन किया जाता है जिससे देश की सांस्कृतिक धरोहर और उपलब्धियों का प्रदर्शन किया जाता है, जो विभिन्न क्षेत्रों में भारत की प्रगति को दर्शाती है।

    इस दिन के साथ हम नहीं सिर्फ हमारे अतीत को याद करते हैं, बल्कि न्याय, समानता, और समावेशन के मूल सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत करने का भी संकल्प लेते हैं। साथ ही, इस महोत्सव के माध्यम से हम देश के भविष्य को और भी उत्साहित करते हैं, युवा पीढ़ी को स्वतंत्रता, लोकतंत्र, और समानता के आदर्शों को आगे बढ़ाने के लिए। हम अपने पिता-पूर्वजों के बलिदान को याद रखकर, हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखकर, और साथ मिलकर हमारे प्यारे देश के लिए एक उज्ज्वल भविष्य की बनावट कर सकते है।

    दशहरा पर निबंध (Essay on Dussehra in Hindi) 300 शब्दों में

    दशहरा हिन्दू समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इसके पारंपरिक और धार्मिक महत्व का बहुत गहरा संबंध है और भारतीय लोग इसे उत्साह और आस्था से मनाते हैं।

    इस त्योहार में बुराई पर पुण्य की जीत का संकेत है, और लोग इसे विभिन्न रीति-रिवाज, पूजा-पाठ के साथ मनाते हैं। धार्मिक लोग व्रत रखते हैं, और कुछ लोग दशहरा के पूरे नौ दिनों तक व्रत रखते हैं ताकि वे देवी दुर्गा के आशीर्वाद और शक्ति प्राप्त कर सकें। दसवें दिन को लोग असुर राजा रावण की पराजय के रूप में मनाते हैं। दशहरा हर साल सितंबर और अक्टूबर के अंत में आता है, दीवाली के दो सप्ताह पहले।

    रामलीला का आयोजन

    देश के विभिन्न हिस्सों में दशहरा के त्योहार का आयोजन अलग-अलग तरीकों से किया जाता है। कहीं-कहीं यह दस दिन तक धूमधाम से मनाया जाता है, जबकि अन्य स्थानों पर रामलीला का आयोजन सात दिन या अधिक के लिए किया जाता है। यहां तक कि शहर के हर कोने में रामलीला दर्शन के लिए होती हैं। रामलीला वाचिक में भगवान राम के कथानक ‘रामायण’ का प्रदर्शन करने की एक प्रसिद्ध परंपरा है। इसे माना जाता है कि महान संत तुलसीदास ने राम भगवान की कहानी की शुरुआत की, जो बाद में ‘रामायण’ कही गई। उनके द्वारा लिखित ‘रामचरितमानस’ आज भी रामलीला का महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसका प्रदर्शन अनेक स्थलों पर किया जाता है, जिससे यह परंपरा जीवित रहती है। रामनगर की ‘राम लीला’ (वाराणसी में) सबसे पारंपरिक शैली में प्रस्तुत की जाती है।

    निष्कर्ष

    विजयदशमी के मनाने के पीछे एक पौराणिक कथा है, जो राम लीला को स्पष्ट करती है। यह कथा सीता माता के अपहरण की कहानी को संवादित करती है, असुर राजा रावण, उसके पुत्र मेघनाथ और भाई कुम्भकर्ण की पराजय को और राजा राम की विजय को दिखाती है। असली लोग राम, लक्ष्मण, सीता, और हनुमान की कहानी का अभिनय करते हैं, जबकि रावण, मेघनाथ, और कुम्भकर्ण के पुतले बनाए जाते हैं। आखिरकार, बुराई पर अच्छाई की जीत को प्रमोट करने के लिए रावण, मेघनाथ, और कुम्भकर्ण के पुतले जला दिए जाते हैं, और पटाखों के बीच इस उत्सव का आनंद उठाया जाता है।

    दशहरा पर निबंध (Essay on Dussehra in Hindi) 500 शब्दों में

    लक्ष्मण द्वारा रावण की बहन की नाक काट देने के कारण, लंकेश, लंका के राजा, बहुत खफा हुए और माता सीता का अपहरण किया। रावण जानते थे कि सीता एक साधारण स्त्री नहीं थी, उनका हरण आसान नहीं होगा क्योंकि सीता के पास मायावी शक्तियां थी, जिन्होंने उन्हें सुरक्षित रखा। इसलिए रावण ने एक साधु के रूप में आकर छल के द्वारा माता सीता का हरण किया और उसे अपने राज्य ‘लंका’ में ले जाया, जो वर्तमान में श्रीलंका के नाम से जाना जाता है।

    दशहरा के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य:

    1. कहा जाता है कि अगर रावण का वध भगवान राम ने नहीं किया होता तो सूर्य हमेशा के लिए अस्त हो जाता।
    2. दशहरा का महत्व इस रूप में भी होता कि मां दुर्गा ने दसवें दिन महिषासुर राक्षस का वध किया था।
    3. महिषासुर असुरों को राजा था, जो लोगों पर अत्याचार करता था, उसके अत्याचारों को देखकर भगवान ब्रह्मा, विष्‍णु और महेश ने शक्ति (माँ दुर्गा) का निर्माण किया, महिषासुर और शक्‍ति (माँ दुर्गा) के बीच 10 दिनों तक युद्ध हुआ और आखिरकार मां ने 10 वें दिन विजय हासिल कर ली।
    4. ऐसी मान्यता है कि नवरात्र में देवी मां अपने मायके आती हैं और उनकी विदाई हेतु लोग नवरात्र के दसवें दिन उन्हें पानी में विसर्जित करते हैं।
    5. एक मान्यता यह भी है कि श्री राम ने रावण के द्वारा 10 बुराइयाँ जिनके रूप में पाप, काम, क्रोध, मोह, लोभ, घमंड, स्वार्थ, जलन, अहंकार, और अन्याय थे, को ख़त्म किया था।
    6. ऐसा लोगों का मानना है की मैसूर के राजा के द्वारा 17वीं शताब्दी में मैसूर में दशहरा मनाई गयी थी।
    7. मलेशिया में दशहरा पर राष्ट्रीय अवकाश होता है, यह त्योहार सिर्फ भारत ही नहीं बांग्लादेश और नेपाल में भी मनाया जाता है।
    8. दशहरा भगवान राम और माता दुर्गा दोनों का महत्व दर्शाता है. रावण को हराने के लिए श्री राम ने मां दुर्गा की पूजा की थी और आर्शीवाद के रूप में मां ने रावण को मारने का रहस्‍य बताया था।

    निष्कर्ष

    विजयादशमी एक अद्भुत पर्व है, जो लोगों के मन में नई ऊर्जा, बुराई के प्रति अच्छाई की जीत, और नई आग्रह की भावना लाता है। भगवान राम ने रावण को पराजित कर बुराई का समापन किया था। साथ ही, माँ दुर्गा ने महिषासुर को मारकर बुराई का नाश किया था। नौ दिनों की माँ की पूजा के बाद विजयादशमी आती है। इस दिन घरों में विभिन्न प्रकार के पकवान बनाए जाते हैं।”

    List of Quotes
    Women Empowerment Quotes – Quotations by famous people Quotes of Lal Bahadur Shastri – Famous Quotations by Lal Bahadur Shastri
    Quotes on Education – Education Quotations by famous personalities Independence Day Quotes
    Mother’s Day Quotes Swami Vivekananda Quotes
    Republic Day Quotes Global Warming Quotes
    Swachh Bharat Abhiyan Slogan and Quotes Quotes of Mahatma Gandhi
    Inspirational Quotes for students 20 Motivational Quotes in English
    Love Myself Quotes Friendship Quotes
    Good Morning Quotes Global Warming Quotes
    Health is Wealth Quotes Valentine Day Quotes

    दशहरा पर निबंध 10 लाइन (Essay on Dussehra 10 lines in Hindi)

    1. दशहरा त्यौहार में हम देवता राम के रावण पर विजय का स्मरण करते हैं।
    2. दशहरा उत्सव बुराई और अहंकार के खिलाफ नैतिक मूल्यों और धर्म का पालन करने का प्रतीक है।
    3. दुर्गा, लक्ष्मी, और गणेश की मूर्तियों के जुलूस में लोग गाते और नृत्य करते हैं, यह एक पारंपरिक तरीका है।
    4. रावण के दस सिर चार वेदों और छह “शास्त्रों” की समझ के लिए हैं, और कुछ लोग इन्हें 10 मानव दोषों के प्रतीक के रूप में देखते हैं।
    5. दशहरा उत्सव के दौरान, भारत के विभिन्न भागों में दुर्गा की जीत को याद करते हैं और धर्म को बहाल करने का संकल्प बनाते हैं।
    6. दुर्गा पूजा के दौरान, जो देवी दुर्गा के नौ रूपों को समर्पित है, भक्त उपवास करते हैं।
    7. दशहरा उत्सव के दौरान, कुछ लोग दुर्गा पूजा के समापन पर दशहरा उत्सव मनाते हैं और धर्म को बहाल करने और उसकी रक्षा करने के लिए महिषासुर पर देवी दुर्गा की जीत को याद करते हैं।
    8. दशहरा उत्सव के दौरान, कुछ लोग अपनी कारों की पूजा करते हैं और उन्हें फूलों और अगरबत्तियों से सजाते हैं।
    9. दुनिया में सबसे प्रसिद्ध दशहरा उत्सव उत्सव में भाग लेने के लिए दुनिया भर से पर्यटकों को हिमाचल प्रदेश की कुल्लू घाटी की ओर आकर्षित करता है।
    10. दिवाली, सबसे बड़ी और सबसे प्रसिद्ध है।

    Essay on Dussehra FAQs

    दशहरे पर निबंध कैसे लिखते हैं?

    दशहरे पर निबंध लिखने के लिए, प्रस्तावना, इतिहास, महत्व, मनाने के तरीके, और अपने विचारों को समापन में व्यक्त करें।

    दशहरे के दिन क्या करना चाहिए?

    दशहरे के दिन माता दुर्गा की पूजा करें, रावण दहन में भाग लें, और सामाजिक समरसता का संदेश बढ़ावा दें।

    दशहरे के दिन क्या करें क्या ना करें?

    दशहरे के दिन माता का पूजन करें, बुराई के प्रति अच्छाई की तरफ उत्साह दिखाएं, और किसी को नुकसान नहीं पहुँचाएं।

    दशहरा क्यों मनाया जाता है पर निबंध?

    दशहरा मनाया जाता है क्योंकि यह पर्व बुराई की जीत और अच्छाई की विजय का प्रतीक है, जिसे भगवान राम ने रावण को पराजित करके प्राप्त किया था।

    दशहरा हमें क्या सिखाता है?

    दशहरा हमें बुराई के प्रति लड़ाई करने, अच्छाई की ओर बढ़ने, और समरसता का महत्व सिखाता है।

    दशहरा पर्व का क्या महत्व है?

    दशहरा पर्व बुराई की हार और अच्छाई की जीत का संदेश देता है और हमें धर्मिकता, सामराज्य, और सामाजिक समरसता के महत्व को याद दिलाता है।

    दशहरा त्योहार किसका प्रतीक है?

    दशहरा त्योहार भगवान राम की विजय का प्रतीक है, जब वह रावण को पराजित करके अयोध्या लौटे थे।

    Chat on WhatsApp Call Infinity Learn