Class 9 Hindi Raidas Chapter 7 Worksheet: Infinitylearn has recently launched a comprehensive set of chapter-wise question answers for Class 9 Hindi – B. These practice questions, along with detailed solutions, can be downloaded from the Infinitylearn website and mobile app. Our team of experienced teachers, with years of CBSE teaching experience, has meticulously prepared these test papers.
Each chapter includes 4-5 sets of solved extra questions, ensuring thorough coverage of every concept in the CBSE Class 9 Hindi – B syllabus. These questions are tailored to meet exam requirements, aligning with the latest marking scheme and blueprint prescribed by CBSE for Class 9.
Worksheet for Class 9 Hindi रैदास के पद – Question with answers
Worksheet 1: Raidas ke Pad (रैदास के पद)
दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
- रैदास जी का जन्म कहाँ हुआ था?
- रैदास जी के पद किस भाषा में लिखे गए थे?
- रैदास जी के पदों में कौन-कौन से धार्मिक और सामाजिक संदेश हैं?
- “अब कहाँ दूसरा कोई” किस पद की पंक्तियाँ हैं?
- रैदास जी के पदों में कौन-कौन से भाव हैं? उनका संदेश क्या है?
उत्तर:
- रैदास जी का जन्म काशी (वराणसी) में हुआ था।
- रैदास जी के पद अवधी भाषा में लिखे गए थे।
- रैदास जी के पदों में भगवान की प्रेम भक्ति, सामाजिक अन्याय के खिलाफ आवाज, और सभी मनुष्यों के समानता का संदेश है।
- “अब कहाँ दूसरा कोई” रैदास जी के पद “दोहा” की पंक्तियाँ हैं।
- रैदास जी के पदों में प्रेम, संतोष, विश्वास, और सच्चाई के भाव हैं। उनका संदेश है कि सब लोग भगवान के समान हैं और उन्हें प्रेम से पूजना चाहिए।
Worksheet 2: Raidas ke Pad (रैदास के पद)
निर्देश: दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
- रैदास जी के पद किन-किन विषयों पर लिखे गए हैं?
- “एक अच्छा संसार बसाऊँ” किस पद की पंक्तियाँ हैं?
- रैदास जी के पदों में कौन-कौन से समाजिक संदेश हैं?
- रैदास जी के पदों में भगवान के प्रति कौन-कौन से भाव हैं?
- “करता तारणहार कृपा लोगन की” किस पद की पंक्तियाँ हैं?
उत्तर:
- रैदास जी के पद भगवान के प्रति प्रेम भक्ति, समाज में न्याय, समता और सच्चे प्रेम के विषयों पर लिखे गए हैं।
- “एक अच्छा संसार बसाऊँ” रैदास जी के पद “दोहा” की पंक्तियाँ हैं।
- रैदास जी के पदों में समाजिक अन्याय के खिलाफ आवाज, जाति-धर्म के भेद के खिलाफ, और सभी मनुष्यों के समानता का संदेश है।
- रैदास जी के पदों में प्रेम, विश्वास, भक्ति, और धन्यता के भाव हैं। उन्होंने भगवान को अपने मित्र और प्रेमी के रूप में देखा है।
- “करता तारणहार कृपा लोगन की” रैदास जी के पद “कबीर भजन” की पंक्तियाँ हैं।